Bihar Land Registry : बिहार में अगर आप ज़मीन खरीदने या बेचने की सोच रहे हैं, तो रजिस्ट्री प्रक्रिया की जानकारी होना बेहद जरूरी है। भूमि रजिस्ट्री एक कानूनी प्रक्रिया है, जिसके तहत खरीदार और विक्रेता के बीच ज़मीन के स्वामित्व का आधिकारिक लेन-देन होता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि बिहार में भूमि रजिस्ट्री कैसे होती है, इसके लिए किन दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है, और आप ऑनलाइन आवेदन कैसे कर सकते हैं।
बिहार जमीन रजिस्ट्री से जुड़ी जानकारी?
आप सभी को जमीन रजिस्ट्री से जुड़ी जानकारी यह बता दें की केंद्र सरकार एक नया कानून लाने जा रही है। कयोंकी अब इससे संपत्ति का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन हो जाएगा। साथ ही, कागजात को डिजिटल तरीके से सुरक्षित रखा जा सकेगा। यह बता दें की कानून 117 वर्ष पुराने रजिस्ट्रेशन अधिनियम की जगह लेगा। क्योंकि अब भूमि संसाधन विभाग ने इसका मसौदा जारी किया है। और विभाग ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत आता है। अब केंद्र सरकार इस पर सभी लोगों का जानकारी जानना चाहते है। और इस कानून के बनने से पूरे देश में संपत्ति के रजिस्ट्रेशन का नियम एक जैसा हो जाएगा और किसी को परेशानी नहीं होगी सरकार का यह अहम फैसला है।
जमीन रजिस्ट्री क्यों जरूरी है?
भूमि रजिस्ट्री से यह प्रमाणित होता है कि ज़मीन का मालिकाना हक किसके पास है। बिना रजिस्ट्री के कोई भी संपत्ति विवादों में फंस सकती है और भविष्य में कानूनी दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं। साथ ही, यह राज्य सरकार के राजस्व में भी योगदान देता है।
बिहार भूमि रजिस्ट्री के लिए जरूरी दस्तावेज
रजिस्ट्री कराने के लिए नीचे दिए गए दस्तावेजों की जरूरत होती है:
- 1. खरीदार और विक्रेता का पहचान पत्र (आधार कार्ड/पैन कार्ड)
- 2. ज़मीन का पूर्व स्वामित्व प्रमाण (जैसे खतियान, दाखिल-खारिज रिपोर्ट)
- 3. ज़मीन का नक्शा और खेसरा नंबर
- 4. भुगतान रसीद (स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क)
- 5. पासपोर्ट साइज फोटो (दोनों पक्षों की)
- 6. बिजली बिल या कोई अन्य पता प्रमाण पत्र
ऑनलाइन रजिस्ट्री प्रक्रिया (बिहार भूमि पोर्टल)
बिहार सरकार ने भूमि रजिस्ट्री को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए [बिहार भूमि पोर्टल (https://biharbhumi.bihar.gov.in) शुरू किया है। यहाँ से आप रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं:
स्टेप बाय स्टेप प्रक्रिया:
1. वेबसाइट पर जाएं: https://biharbhumi.bihar.gov.in या https://nibandhan.bih.nic.in
- 2. ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें: अपनी व्यक्तिगत जानकारी, ज़मीन की जानकारी, और दस्तावेज़ अपलोड करें।
3. स्टांप शुल्क का भुगतान करें: ऑनलाइन पेमेंट विकल्प से स्टांप ड्यूटी भरें।
4. अपॉइंटमेंट बुक करें: नजदीकी निबंधन कार्यालय में रजिस्ट्री के लिए समय लें।
5. दस्तावेज सत्यापन और फाइनल रजिस्ट्री: तय समय पर ऑफिस में जाकर दस्तावेजों की जांच कराएं और रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी करें।
स्टांप शुल्क और रजिस्ट्रेशन फीस
बिहार में ज़मीन की रजिस्ट्री के लिए स्टांप शुल्क आमतौर पर बिक्री मूल्य का 6% और पंजीकरण शुल्क 2% होता है। यह शुल्क समय-समय पर सरकार द्वारा तय किया जाता है।
जरूरी हेल्पलाइन और संपर्क
राज्य निबंधन विभाग, बिहार: https://nibandhan.bih.nic.in
ग्राहक सेवा: ज़िला निबंधन कार्यालय में संपर्क करें या RTPS सेवा केंद्र जाएं।
निष्कर्ष:
बिहार में भूमि रजिस्ट्री की प्रक्रिया अब पहले से ज्यादा आसान और डिजिटल हो गई है। अगर आप सही दस्तावेज़ों और प्रक्रिया का पालन करते हैं, तो बिना किसी दलाल या झंझट के आप ज़मीन की रजिस्ट्री खुद कर सकते हैं। सरकार की यह पहल पारदर्शिता और भ्रष्टाचार को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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